शिक्षकों को जल्द मिलेगी कैशलेस सुविधा, विभाग जुटा रहा ब्यौरा !
विद्यालयों से लेकर महाविद्यालयों तक कार्यरत शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, शिक्षामित्रों और रसोइयों को अब इलाज के लिए कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू हो गई है।
सरकार ने इस योजना को लागू करने के लिए तेजी से कवायद शुरू कर दी है।बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभागों को शिक्षकों व कर्मचारियों का विस्तृत ब्यौरा एकत्र कर जल्द भेजने के निर्देश दिए गए हैं। योजना के तहत मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों तक कार्यरत करीब नौ लाख शिक्षकों और उनके परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।संयुक्त सचिव प्रेम कुमार पांडेय ने उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र भेजकर कहा है कि प्रत्येक कर्मिक के अनुसार 2,480 रुपये प्रीमियम अंकित कर विवरण प्रस्तुत किया जाए। इसी आधार पर अंतिम सूची तैयार कराई जाएगी।राज्य में इस समय 3,38,590 शिक्षक प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत हैं, जबकि 79 हजार से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1,20,860 शिक्षक कार्यरत हैं और करीब 41 हजार पद खाली हैं। इसके अलावा 1,42,450 शिक्षामित्र और 25 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं। माध्यमिक विद्यालयों व महाविद्यालयों में लगभग 65 हजार शिक्षक सेवा दे रहे हैं। सरकार का दावा है कि इस योजना के लागू होने से शिक्षकों और उनके परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी तथा इलाज में होने वाली आर्थिक परेशानी दूर होगी। 
															