ऐ.के. मिश्र / संवाददाता।
दुर्गा पूजा के समापन अवसर पर क्षेत्र में गुरुवार की देर शाम मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ किया गया। फतनपुर, रामापुर, सीलौधी, सुवंसा, नौडेरा समेत आसपास के विभिन्न स्थानों पर स्थापित प्रतिमाओं को गाजे-बाजे और जयकारों के बीच सुवंसा के करबला तालाब में विसर्जित किया गया।
विसर्जन से पूर्व मंडपों में महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी, जहां पारंपरिक सिंदूर दान और गोद भराई की रस्म पूरी की गई। इसके बाद युवाओं ने नाचते-गाते हुए वाहनों के साथ शोभायात्रा निकालकर प्रतिमाओं को तालाब तक पहुंचाया।
जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल लगातार मौजूद रहा। थानाध्यक्ष राजेंद्र त्रिपाठी ने तालाब पहुंचकर सुरक्षा इंतज़ामों की समीक्षा की। किसी भी अनहोनी से बचाव के लिए गोताखोर अविनेश कुमार मौर्य और पिंटू यादव को तालाब में तैनात किया गया था।
हालांकि, भक्तों ने विसर्जन स्थल पर टेंट की व्यवस्था न होने को लेकर नाराजगी जताई। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी बाल कृष्ण गौतम ने बताया कि जगह की कमी के कारण टेंट नहीं लगाया जा सका, लेकिन आवागमन के लिए रास्ते को मिट्टी डालकर दुरुस्त कराया गया है।
विसर्जन कार्यक्रम में नगर पंचायत सुवंसा के पदाधिकारी, सदस्य तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
